
लखनऊ 08 जनवरी । एक अध्य्यन के अनुसार 94 फीसदी भारतीय अपनी छुट्टियों की योजना बनाने को लेकर जरुरत से ज्यादा सोच विचार करते है,नतीजन वे पर्यटन स्थलों की यात्रा और ठहरने के लिये महंगी बुकिंग कराते है, या फिर छुट्टियों में दर्शनीय स्थलों पर जाने के विचार को त्याग देते हैं।
अग्रणी ग्लोबल ट्रैवल ऐप, स्काईस्कैनर की बुधवार को जारी ‘वांडरलॉस्ट’ रिपोर्ट के अनुसार 94 प्रतिशत भारतीय होलिडे के प्लान को लेकर ओवरथिंकिंग करते हैं, जिसके कारण उन्हें ट्रिप पर जाना मुश्किल हो जाता है। रिपोर्ट में यह खुलासा भी किया गया है कि ट्रैवल के लिए भारतीयों के निर्णय किन चीजों से प्रभावित होते हैं, और किन कारणों से वो अगली ट्रैवल के लिए बुकिंग नहीं कर पाते हैं।
लैस-दैन-परफेक्ट चॉईस (96 प्रतिशत), कॉस्ट की फिक्र (95 प्रतिशत) और ओवरथिंकिंग (94 प्रतिशत) जैसी बाधाओं के कारण वो अपनी होलिडे के लिए बुकिंग नहीं कर पाते हैं। सैलानी ट्रैवल की योजना को लेकर अति सावधान भी होते हैं, और अपने विकल्पों को बार-बार देखते हैं, फिर चाहे वो फ्लाईट (41 प्रतिशत) हों, होटल (35 प्रतिशत) हों या एक्टिविटीज़ (35 प्रतिशत)। वो चाहते हैं कि बुकिंग करने से पहले हर चीज बिल्कुल परफेक्ट हो।
ट्रैवल एंड डेस्टिनेशन एक्सपर्ट, मोहित जोशी ने बताया, ‘‘ट्रिप की प्लानिंग रोमांचक होनी चाहिए, लेकिन कई लोगों के लिए यह बहुत मुश्किल बन जाती है। रिपोर्ट में सामने आया है कि हर पांच भारतीय सैलानियों में से एक (22 प्रतिशत) अपने होलिडे प्लान को फाईनल करने में एक महीने का समय लेता है। यह उतना ही समय है, जो कोई अपनी उच्च शिक्षा का निर्णय लेने में लगाता है। इसके बाद भी, लगभग आधे (45 प्रतिशत) भारतीयों ने 2024 में जितनी छुट्टियों की योजना बनाई थी, उससे ज्यादा छुट्टियाँ लीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्काईस्कैनर में हम ट्रैवल का जोश बढ़ाना और प्लानिंग का अनुभव सुगम बनाना चाहते हैं। हमारे मनी-सेविंग टूल्स और फीचर्स बेहतरीन डील्स से लेकर नए डेस्टिनेशन तक हर कदम पर ट्रिप की प्लानिंग आसान बनाने के लिए डिज़ाईन किए गए हैं। हमारा चीपेस्ट मंथ फीचर तारीखों के लचीलेपन के साथ फ्लाईट के लिए सबसे बजट-फ्रेंडली समय दिखाता है, और किसी भी डेस्टिनेशन पर जाने के लिए सबसे किफायती महीना खोजने में मदद करता है। साथ ही एक्सप्लोर एवरीव्हेयर सर्च की मदद से सैलानी अपने बजट में बेहतरीन डेस्टिनेशन खोज सकते हैं, जो कीमतों के अनुसार सूचीबद्ध होते हैं। हमारे अनेकों ट्रैवल हैक्स और टिप्स के साथ हम चाहते हैं कि 2025 का साल आपके लिए ट्रैवल करने का साल बने।’’
रिपोर्ट के अनुसार हर तीन सैलानियों में से एक (33 प्रतिशत) सैलानी किफायती ट्रैवल डेस्टिनेशन की ओर आकर्षित होते हैं। वहीं, हर चार में से लगभग एक (23 प्रतिशत) सैलानी तब ट्रैवल के लिए प्रेरित होते हैं, जब उन्हें सबसे सस्ते स्थानों के बारे में पता होता है। 2024 में भारतीय सैलानियों ट्रैवल से रोकने में ऊँची लागत का सबसे बड़ा योगदान था। 32 प्रतिशत सैलानियों ने इसे कम छुट्टियाँ मनाने का कारण बताया।