अबूधाबी, 21 दिसंबर। विराट कोहली को मौजूदा पीढ़ी का सबसे महान बल्लेबाज बताते हुये पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने शनिवार को कहा कि क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर को आउट करना उनके जीवन का सबसे खास पल था।
आमिर ने क्रिकेट प्रिडिक्टा शो में सुनील यश कालरा के साथ बातचीत में कहा “सचिन तेंदुलकर को आउट करना मेरे लिए सबसे खास पल था। मैंने अपने जीवन में केवल एक बार 2009 चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान, जो दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुई थी, उन्हें गेंदबाजी की थी और भारत के खिलाफ खेलते हुए उन्हें आउट किया था। मैंने उन्हें टीवी पर क्रिकेट खेलते देखा था और हमेशा सोचता था कि सचिन कितने शानदार बल्लेबाज थे।”
उन्होने कहा “ सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी करना मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी। उनके आउट होने के तीन दिन बाद तक मैं अपने होश में नहीं था। मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मैंने सचिन पाजी का विकेट ले लिया है। मैं क्रिकेट में नया था और वह सचिन तेंदुलकर थे।”
आमिर ने कहा “ जब कप्तान ने मुझे गेंद सौंपी तो मेरा दिल जोरों से धड़क रहा था और मैंने एक गहरी सांस ली और उन्हे गेंदबाजी की। मेरी हालत बिल्कुल वैसी ही थी जैसी मैं पहली बार वसीम अकरम से मिला था।”
यह दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2009 का छठा मुकाबला था, जिसमें पाकिस्तान ने चिर प्रतिद्वंद्वी भारत को 54 रनों से हराया था। मोहम्मद आमिर ने सचिन तेंदुलकर और पावर-हिटर यूसुफ पठान के दो महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए थे।
विराट कोहली के बारे में आमिर ने कहा, “विराट कोहली इस पीढ़ी के सबसे महान खिलाड़ी हैं। मुझे हंसी आती है जब उनके और बाबर आजम, स्टीव स्मिथ या जो रूट के बीच तुलना की जाती है। हम विराट कोहली की तुलना नहीं कर सकते। उन्होंने भारत के लिए इतने सारे मैच जीते हैं, जो किसी एक प्रारूप में नहीं, बल्कि तीनों प्रारूपों में असंभव लगता है, विराट इस पीढ़ी के सबसे महान बल्लेबाज हैं।”
उन्होने कहा “ विराट कोहली की शैली उन्हें सभी खिलाड़ियों से अलग करती है। 2014 में इंग्लैंड में अपने बुरे दौर के बाद, उन्होंने जिस तरह से वापसी की और फिर अगले 10 वर्षों तक लगातार शानदार प्रदर्शन किया, वह कोई सामान्य उपलब्धि नहीं थी। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में उनका विकेट हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था, जिससे हमें फाइनल जीतने में मदद मिली अगर विराट आउट नहीं होते तो हम फाइनल हार जाते क्योंकि हम सभी जानते हैं कि रनों का पीछा करते समय विराट का रिकॉर्ड कितना असाधारण है।”