भारत के प्रमुख क्षेत्रों को एआई-फर्स्ट बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने की रणनीतिक साझेदारी

भारत के प्रमुख क्षेत्रों को एआई-फर्स्ट बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने की रणनीतिक साझेदारी

नयी दिल्ली 08 जनवरी। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नडेला ने आज भारत सरकार एवं भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख सेक्टर की अग्रणी कंपनियों के साथ क्लाउड एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित रणनीतिक साझेदारियों की घोषणा की।
माइक्रोसॉफ्ट ने एक दिन पहले ही भारत में अगले दो साल में क्लाउड एवं एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर में तीन डॉलर की निवेश योजना की घोषणा की है। इसके तहत नए डाटा सेंटर की भी स्थापना की जानी है। आज घोषित की गई रणनीतिक साझेदारियां इस दिशा में अहम कदम हैं। कंपनी का लक्ष्य एआई इनोवेशन को बढ़ावा देना और उत्पादकता, दक्षता एवं पहुंच बढ़ाने में सरकार व उद्योग का समर्थन करते हुए भारत में तेजी से विकास की राह पर बढ़ता एआई इकोसिस्टम तैयार करना है।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया एवं दक्षिण एशिया के अध्यक्ष पुनीत चंडोक ने कहा, “पूरी दुनिया एआई के क्षेत्र में भारतीय नेतृत्व की तरफ आशा से देख रही है। भारत में रेलटेल, अपोलो हॉस्पिटल्स, बजाज फिनसर्व, महिंद्रा ग्रुप एवं अपग्रैड जैसे हमारे भागीदार देश को एआई के साथ आगे बढ़ने में मदद कर रहे हैं। हम भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न सेक्टर के हमारे ग्राहकों द्वारा माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट, हमारे क्लाउड एवं एआई सॉल्यूशंस में दिखाए जा रहे विश्वास से अभिभूत हैं। हम इंडिया एआई मिशन का लाभ देश के कोने-कोने तक पहुंचाने तथा प्रौद्योगिकी एवं संसाधनों तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए भी उत्साहित हैं।”
माइक्रोसॉफ्ट के हालिया आईडीसी अध्ययन में सामने आया कि भारत में एआई का प्रयोग वर्ष 2023 के 63 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 72 प्रतिशत पर पहुंच गया। देश की ज्यादातर कंपनियां अब एआई से कमाई कर रही हैं। 79 प्रतिशत कंपनियां इसका इस्तेमाल उत्पादकता बढ़ाने और 66 प्रतिशत अन्य फंक्शनल यूज के लिए करती हैं। यह वैश्विक औसत से ज्यादा है। इन साझेदारियों के माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट का उद्देश्य अपने क्लाउड, कोपायलट एवं अन्य एआई सॉल्यूशंस के प्रयोग से कारोबार पर सकारात्मक प्रभाव डालते हुए उत्पादकता और दक्षता (प्रोडक्टिविटी एंड एफिशिएंसी) बढ़ाना है।
बड़े स्तर पर प्रभाव डालते हुए सार्वजनिक क्षेत्र में एआई ट्रांसफॉर्मेशन को गति देने के लिए रेलटेल और माइक्रोसॉफ्ट ने भारतीय रेलवे एवं सार्वजनिक क्षेत्र में डिजिटल, क्लाउड एवं एआई ट्रांसफॉर्मेशन को बढ़ावा देने के लिए पांच साल की रणनीतिक साझेदारी की है। माइक्रोसॉफ्ट एक एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) की स्थापना करने में रेलटेल का सहयोग करेगी। इससे रेलटेल एक एआई-फर्स्ट संगठन और अग्रणी सिस्टम इंटीग्रेटर (एसआई) पार्टनर बनकर सामने आएगी। इस साझेदारी के तहत एक कौशल विकास पहल की जाएगी, जिसके माध्यम से रेलटेल के कर्मचारियों को नेक्स्ट-जनरेशन डिजिटल, क्लाउड एवं एआई टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण माइक्रोसॉफ्ट की एआई नेशनल स्किल्स इनीशिएटिव और एंटरप्राइज स्किलिंग इनीशिएटिव के तहत प्रदान किया जाएगा। दोनों कंपनियां साथ मिलकर एआई सॉल्यूशंस विकसित करेंगी, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट प्रोडक्ट रोडमैप को लेकर तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
माइक्रोसॉफ्ट के साथ अग्रणी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता अपोलो हॉस्पिटल्स की रणनीतिक साझेदारी के तहत को-इनोवेशन, ज्वाइंट प्रोडक्ट डेवलपमेंट, गो-टू-मार्केट एवं डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के क्षेत्र में काम किया जाएगा। साथ ही इसके माध्यम से डिसीज प्रोग्रेशन, जीनोमिक्स एवं मल्टी मोडल मॉडल्स पर रिसर्च को भी बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में विश्वस्तरीय उत्पाद एवं समाधान (प्रोडक्ट्स एंड सॉल्यूशंस) पेश किए जा सके। माइक्रोसॉफ्ट नई इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) तैयार करने के लिए डाटा स्ट्रेटजी, इंजीनियरिंग प्लेटफॉर्म और एआई के एंटीग्रेशन में मदद करेगी। इस साझेदारी से विकसित आईपी को भारत के बाहर के देशों में भी प्रयोग किया जा सकेगा। इस साझेदारी में सहयोग के लिए चार हेल्थकेयर कोपायलट (क्लीनिशियंस के लिए, मरीजों के लिए, नर्सों के लिए एवं अस्पताल के परिचालन के लिए) की पहले ही पहचान की जा चुकी है। इस साझेदारी के माध्यम से ‘हॉस्पिटल फॉर द फ्यूचर’ के लिए एआई रोडमैप तैयार करने एवं लागू करने की भी उम्मीद है। इसमें अपोलो के रिमोट हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म को वैश्विक स्तर पर विस्तार देने और नए हेल्थ-टेक सॉल्यूशंस विकसित करने के लिए साथ मिलकर इनोवेट करने पर फोकस किया जाएगा।
बजाज फिनसर्व की इकाई और भारत की सबसे बड़ी गैरा बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) बजाज फाइनेंस लिमिटेड (बीएफएल) के साथ अपने 15 साल के संबंधों को आगे बढ़ाते हुए माइक्रोसॉफ्ट ने बजाज फाइनेंस के विविधतापूर्ण ग्राहक आधार को सुगम, इनोवेटिव एवं सुरक्षित अनुभव देने के लक्ष्य के साथ डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी की है। यह साझेदारी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 20 करोड़ ग्राहक आधार को लक्ष्य बनाते हुए बजाज फाइनेंस एक फिनएआई कंपनी बनने की ओर बढ़ रही है। बजाज फाइनेंस का लक्ष्य माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर ओपनएआई सर्विसेज का लाभ उठाते हुए परिवर्तनकारी नतीजे पाना है। इनमें बेहतर कन्वर्जन रेट, बैक ऑफिस प्रोडक्टिविटी और फ्रंट लाइन परफॉर्मेंस के मामले में नतीजों को बेहतर करना शामिल है। कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की एडवांस्ड एआई टेक्नोलॉजीज की मदद से विभिन्न कार्यों में सक्रियता से एआई का प्रयोग कर रही है। इससे वित्त वर्ष 2025-26 तक सालाना लागत में 150 करोड़ रुपये की बचत का अनुमान है।
माइक्रोसॉफ्ट और महिंद्रा ग्रुप ने एआई की मदद से ऑटोमोटिव, फार्म एवं फाइनेंशियल सर्विसेज में बदलाव के लिए हाथ मिलाया है। दोनों कंपनियों की योजना कई एआई प्रोजेक्ट विकसित करना है, जिनमें ऑटोमोटिव डिवीजन के लिए एजेंटिक एवं मल्टीमोडल प्रोजेक्ट, फार्म एवं ट्रैक्टर डिवीजन क्षेत्र के लिए चैटबोट सॉल्यूशंस और फाइनेंस डिवीजन के लिए मल्टीलिंगुअल क्षमता विकसित करने के प्रोजेक्ट शामिल हैं।
एआई आधारित इस बदलाव को गति देने के लिए महिंद्रा ग्रुप ने समर्पित रूप से एक ‘एआई डिवीजन’ की स्थापना की है। यह इकाई महिंद्रा के सभी बिजनेस में एआई सॉल्यूशंस के लिए इनोवेशन हब एवं इनक्यूबेशन सेंटर के रूप में काम करेगी और कंपनी से बाहर प्रयोग के लिए इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) विकसित करेगी। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता, इंडस्ट्रियल एआई एक्सपीरियंस एवं कार्यबल के कौशल विकास के माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट इन प्रोजेक्ट्स में मदद करेगी। इतना ही नहीं, महिंद्रा के ‘एआई डिवीजन’ की योजना एज्यूर मार्केटप्लेस पर स्पेशलाइज्ड प्री-ट्रेंड मॉडल्स विकसित एवं उपलब्ध कराने की भी है, जिससे इन सॉल्यूशंस का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जा सके।
ऑनलाइन स्किलिंग के मामले में भारत की अग्रणी कंपनी अपग्रैड और माइक्रोसॉफ्ट ने तीन साल के लिए साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य एआई इनोवेशन को बढ़ावा देना और कौशल विकास एवं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एआई की संभावनाओं को विस्तार देना है। इस गठजोड़ के माध्यम से अपग्रैड अपने लर्नर्स को माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर एआई ट्रेनिंग प्रोग्राम्स में सर्टिफिकेट प्रदान करने में सक्षम होगी। इस साल भारत के नए प्रोफेशनल्स समेत 10 लाख एसटीईएम (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथमैटिक्स) लर्नर्स को शुरुआती एवं एडवांस्ड एआई स्किल से लैस करने की प्रतिबद्धता के साथ यह पहल देश की डिजिटल इकोनॉमी में गेम चेंजर बनने के लिए तैयार है। माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपायलट, गिटहब कोपायलट और एज्यूर ओपनएआई सर्विस (एओएआईएस) के साथ अपग्रैड भारत एवं दक्षिण एशिया में अपने लाखों लर्नर्स के लिए पढ़ाने एवं सीखने के अनुभव को बेहतर बनाएगी। गिटहब कोपायलट से अपग्रैड के कंटेंट डेवलपर्स को भी फायदा होगा और वे ज्यादा बेहतर एवं प्रभावी लर्निंग मैटेरियल तैयार करने में सक्षम होंगे। इससे सालाना 6,500 घंटों की बचत होगी और कोड क्वालिटी 85 प्रतिशत तक सुधरेगी। साथ मिलकर ये सभी फीचर्स एक बेहतर लर्निंग एक्सपीरियंस देने और भारत में मजबूत एआई वर्कफोर्स तैयार करने की दिशा में साझा प्रतिबद्धता को दिखाते हैं।

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