जौनपुर, 15 दिसंबर । बैंगलुरु में इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया, निकिता की मां निशा और भाई अनुराग को गिरफ्तार किया गया है।
अतुल ने आत्महत्या से पहले पत्नी निकिता और उसके परिवार पर उत्पीड़न और जबरन वसूली का आरोप लगाया था।
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आत्महत्या के लिये उकसाने की आरोपी निकिता सिंघानिया को गुड़गांव, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया, जबकि सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया। उन्हें अदालत में पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। तीनो पर आरोप है कि उन्होने पारिवारिक अदालत में दर्ज मामला वापस लेने के एवज में तीन करोड़ रुपये और उसके बेटे से मिलने के अधिकार के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी।
बिहार के समस्तीपुर जिले के मूल निवासी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजीनियर को नौ दिसंबर को उनके बेंगलुरु के फ्लैट में मृत पाया गया। अतुल सुभाष के भाई ने पत्नी निकिता, उसकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा सुशील सिंघानिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। अतुल सुभाष ने अपनी मौत से पहले कहा कि निकिता और उसके परिवार के सदस्यों ने उन्हें परेशान करने और गुजारा भत्ता और भरण-पोषण के तौर पर बड़ी रकम वसूलने के लिए कई मामले दर्ज किए थे। उन्होंने कहा कि निकिता ने मामले को निपटाने के लिए तीन करोड़ रुपये की मांग की थी। उन्होंने यह भी कहा कि कोर्ट ने उन्हें निकिता और उनके बेटे को भरण-पोषण के तौर पर हर महीने 80,000 रुपये देने को कहा था , लेकिन वह इससे ज्यादा चाहती थी।
इस तरह के मामलों में महिलाओं के पक्ष में न्यायिक व्यवस्था को निशाना बनाते हुए सुभाष ने नोट में लिखा, ‘मैं जितना ज्यादा मेहनत करूंगा और अपने काम में बेहतर होता जाऊंगा, उतना ही ज्यादा मुझे और मेरे परिवार को परेशान किया जाएगा और जबरन वसूली की जाएगी। अब मेरे जाने के बाद कोई पैसा नहीं बचेगा और मेरे बूढ़े माता-पिता और मेरे भाई को परेशान करने का कोई कारण नहीं होगा। मैंने भले ही अपना शरीर नष्ट कर दिया हो, लेकिन इसने वह सब कुछ बचा लिया है जिस पर मैं विश्वास करता हूं।”