
कुशीनगर 4 जनवरी: उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के गन्ना किसान इंद्रासन सिंह को प्रदेश में एक एकड़ में सर्वाधिक गन्ना उत्पादन कर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है।
यहां रामकोला क्षेत्र के किसान व रिटायर शिक्षक इंद्रासन सिंह ने एक एकड़ में 356 कुंतल गन्ना पैदा कर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। इससे गन्ना उपज के मामले में कुशीनगर को प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। सर्वाधिक 1680 कुंतल प्रति हेक्टेयर की उपज हासिल बुलंदशहर के किसान ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। प्रगतिशील किसान इंद्रासन ने बताया कि एक एकड़ में 500 से 600 कुंतल उपज हासिल कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल करने के लिए दृढसंकल्पित हूं।
कुशीनगर से एक दर्जन से अधिक किसानों ने गन्ना उपज प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए पिछले नवंबर महीने में आवेदन किया था। चीनी मिलों के चलने पर राज्य सरकार द्वारा पिछले दिसंबर महीने में आवेदन करने वाले किसानों के गन्ना का क्राप्ट कटिंग कराया था। इसमें सर्वाधिक उपज कुशीनगर जिले के रामकोला विकास खण्ड के ग्राम कुसम्हा निवासी किसान इन्द्रासन सिंह का रहा। लखनऊ में आयोजित राज्य गन्ना प्रतियोगिता वर्ष 2024-25 में एक एकड गन्ना क्षेत्रफल में 456 कुन्तल (1139 कुन्तल प्रति हेक्टेयर) उपज प्राप्त कर इंद्रासन सिंह ने प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
उप्र गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केन्द्र पिपराइच गोरखपुर के गन्ना कृषि विशेषज्ञ ओमप्रकाश गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में प्रथम स्थान बुलंदशहर के चिगरावटी निवासी किसान गिरिश कुमार का रहा है। उन्होंने एक हेक्टेयर में सर्वाधिक 1680 तथा दूसरे स्थान पर बस्ती के रूधौली के किसान रामकल्प ने 1149 कुंतल हासिल किया है। प्रथम स्थान वाले को 51 हजार, दूसरे स्थान को 31 हजार तथा तीसरा स्थान हासिल करने वाले किसान को 21 हजार रूपये तथा प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया जायेगा। गन्ने की अधिक उपज प्राप्त करने के लिए लखनऊ में किसानों की प्रत्येक साल प्रतिस्पर्धा आयोजित की जाती है।
गन्ना विकास विभाग प्रति वर्ष गन्ना प्रतियोगिता का आयोजन कर अधिकारियों की देखरेख में किसान के खेत में पहुंच कर गन्ना फसल की कटिंग कराता है। कटाई के परिणाम के आधार पर विजेता घोषित किया जाता है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए किसान को आवेदन करना पड़ता है। कुशीनगर जिले में ढाई लाख से अधिक गन्ना किसानों ने 1.05 लाख हेक्टेयर में गन्ना की खेती किया है।
गौरतलब है कि कुसम्हा निवासी शिक्षक इंद्रासन सिंह रगड़गंज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रगड़गंज सहायक अध्यापक के पद पर तैनात रहे। वर्ष 2014 में रिटायर होने पर उन्होंने खेती पर ध्यान देना शुरू किया। तीन बेटों में जयराम सिंह परिषदीय शिक्षक, सूरज सिंह प्राइवेट नौकरी व खेती में सहयोग तथा बड़ा बेटा प्रमोद सिंह खेती में सहयोग करता है। इंद्रासन सिंह के पास कुल 15 एकड़ जमीन है, जिसमें प्रतिवर्ष 12 एकड़ में गन्ना की खेती करते हैं। गन्ना प्रजाति कोसे 8452 की बुवाई ट्रेन्च विधि से नवंबर में गहरी जुताई करके की थी।
उन्होंने बताया कि 500 से 600 कुंतल एकड़ गन्ना की उपज हासिल कर प्रदेश में नबंर वन बनना है। 40 से 50 हजार रुपये प्रति एकड़ गन्ने की खेती में खर्च आता है। मजदूर नहीं मिलने के कारण बड़े किसान परेशान हैं।
राज्य गन्ना प्रतियोगिता में तृतीय स्थान हासिल करने पर जिला गन्ना अधिकारी दिलीप कुमार सैनी, कृषि विषेशज्ञ ओपी गुप्ता, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक रामकोला पंजाब राजेंद्र प्रसाद, उप गन्ना आयुक्त देवरिया एपी सिंह, प्रधान प्रबंधक चीनी मिल यशराज सिंह, कारखाना प्रबंधक मानवेंद्र राय, प्रधान प्रबंधक गन्ना सुनील दत्त यादव, गन्ना प्रबंधक संजय कुमार त्रिपाठी ने प्रगतिशील किसान को बधाई दी है।